अयोध्या सज रही है। नगर के गली-कूचे भी चमकाए जा रहे हैं। उत्सव का माहौल है, क्योंकि सदियों के इंतजार के बाद अयोध्या में मंदिर में रामलला विराजेंगे। 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी
अयोध्या (Ayodhya)में राम जन्मभूमि परिसर से सटे यलो जोन में शुक्रवार की दोपहर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मॉकड्रिल किया। इस दौरान बम डिफ्यूज करते समय एक बंदर आया और नकली बम लेकर भाग गया। इस दौरान पूरे एरिया को सील कर दिया गया था।
राम जन्मभूमि परिसर से सटे यलो जोन में शुक्रवार की दोपहर अचानक एसपी सिटी, सीओ, बम स्क्वायड दस्ता, ब्लैक कैट कमांडो, नगर के सभी थानों की पुलिस को देखकर तरह-तरह की चर्चाओं के साथ सभी लोग चौकन्ने हो गए। लोगों के मुताबिक, कटरा मोहल्ले से अशर्फी भवन चौराहे की तरफ बाइक सवार दो संदिग्ध ने पुलिस की घेराबंदी देखी तो उन पर बम से हमला कर दिया। पूरे एरिया के आवागमन को रोककर सील कर दिया गया।
इस दौरान पुलिस के कमांडो ने दोनों संदिग्धों को धर दबोचा। बम निरोधक दस्ते ने फेंके गए गोले को डिफ्यूज करना शुरू ही किया था कि इस दौरान बंदर एक गोले को मुंह में दबोच कर गुमटी पर चढ़ गया और उसने अपने दांतों से सुतली को काटा तो उसके अंदर सेब निकला। जिसको उसने खा लिया। इसके बाद लोगों में छाया भय समाप्त हुआ और कौतूहल भर गया। पता चला कि यह सब राम नगरी की सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए जिला पुलिस की तरफ से एक कराया गया मार्क ड्रिल का हिस्सा था।
सुरक्षा के चलते पूर्वाभ्यास -:
एसपी सिटी ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर पूर्वाभ्यास किया गया है। फिलहाल एक बार फिर बंदर ने राम नगरी के निवासियों को खतरे से बचाने के लिए बम को डिफ्यूज करने की कोशिश की इस को लेकर राम नगरी में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
बता दें कि 1999 में रेलवे स्टेशन में एक बैग में बम और 2001 में हनुमानगढ़ी के समीप कुकर में बम रखकर राम नगरी को दहलाने की कोशिश की गई थी। ब्लास्ट होने के पहले बंदरों ने ही आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया था।लेकिन इस बार उत्तर प्रदेश में पूरी फोर्स मौके पर तैनात है.
जय श्री राम 🙏